Sunday, April 26, 2015

चाँद और मैं

ओर से छोर तक
आसमान की उदासी में
चाँद और मैं दोनों
साथ चले बीती रात.
अंधेरो में बड़ी कोशिश से
अपने आप को संभाले
चाँद और मैं दोनों
साथ जले बीती रात.
चाँद को मैनें घबरा के
अपने अकेलेपन से कहीं
थाम लिया बीती रात.
चाँद ने भी मुझे छोड़ा नहीं
तन्हा ना किया बीती रात.
चाँद मुझे बिल्कुल तुमसा
ही लगा बीती रात.

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